. 5 फरवरी भीष्म अष्टमी - निर्वाण दिवस /भीष्म पितामह की जीवन गाथा

राव सूरजमल हाड़ा बूंदी का परिचय
👉 1) छतरी किसी भी परिस्थिति मे सरकार के सहायता द्वारा नही बल्कि समाज के सहयोग से खुद ही बनानी है, यह कार्य 8 अक्टूबर को ही शुभारंभ होना चाहिए।।
👉2) छतरी के पास तोडी हुयी छतरी का अवशेष का मेमोरियल बनाया जाए :- इस मेमोरियल मे बडी पट्टीका लगाकर निम्नलिखित तथ्य लिखने है :-
ख) इस छतरी तोडने के समय नकारा तथा कायर राजपूत लिडरशिप जिसमे उपमुख्यमंत्री तथा कला संस्कृति दिया कुमारी, केंद्रीय मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेन्द्र राठौड़, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह खींवसर तथा अन्य राजपूत लिडरशिप के रहते यह छतरी तोडी गयी।। ताकि इस नकारा राजपूत लिडरशिप का आने वाली पीढ़ियों को पता रहे।।
👉3) सिक्खों के आनंदपुर साहिब resolution की तरह राजपूतो का बूंदी राव सूरजमल संकल्प जारी होना चाहिए -
१) निम्नलिखित शर्ते नही मानने तक भाजपा आरएसएस का पूर्ण बहिष्कार -
👉पंचायती राज ews आरक्षण प्रदान किया जाए।
👉 इतिहास विकृतिकरण के रोकथाम के लिए स्वायत्त " क्षत्रिय इतिहास संरक्षण काउंसिल का गठन हो।।
का नामकरण हो।।
👉 राजपूत बाहुल्य सीट राजपरिवारो को ना दी
जाए।।
👉सुनियोजित रुप से भाजपा द्वारा राजपूत प्रतिनिधित्व कम किया जा रहा है उस पर रोक लगे।
👉२)राजपूत किसी भी कट्टरपंथी विचारधारा का समर्थन नही करता चाहे किसी भी धर्म आधारित हो।।
👉 ३) राजनैतिक रुप से एक ही पार्टी की गोद मे बेठने की बजाय राजनैतिक दलों को समर्थन के लिहाज से विविधीकरण हो।। किसी भी दल मे कोई राजपूत लिडरशिप हो उसका समर्थन हो।।
👉 ४)बिजनेस - व्यापर के मुद्दे को समाज के विमर्श का मुद्दा बनाया जाए, यही वास्तविक रुप से समाज का सशक्तिकरण का रास्ता हो सकता है... दुर्भाग्य से यह नदारद है।।
4) छतरी निर्माण पश्चात शिलालेख अंकीत किया जाएं और उसमें महाराजा सूरजमल हाड़ा का सम्पूर्ण परिचय वह व्यक्तित्व का परिचय अंकन किया जाएं।
5 ) राव सूरजमल हाड़ा की अश्वारूढ़ आदमकद प्रतिमा संबंधित स्थान ओर कोटा के विभिन्न चोराहों पर स्थापित किया जाएं, जिससे लोगो को इनके बारे में जानने की जिज्ञासा अनायास ही उत्पन्न हो।
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आपके विचार आमंत्रित है
सादर।।।
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